अस्मरणीय वार्तालाप मोदीजी के साथ!!!

(newsatglance) के सोजन्य से :

प्रश्न  : –  मोदीजी आप एक प्रगतिशील और खुशहाल नेता हैं, फिर भी कुछ लोग आपके खिलाफ क्यों हैं?

नरेन्द्र मोदी जी: – कोई भी आम आदमी मेरे आवास पर आये या कार्यालय पर, मैं सभी से सहज भाव से मिलता हूँ, सबके लिए कुशल व्यवहार आपको दिखेगा !  मैं किसी भी एसे व्यक्ति से मिलने में विश्वास नहीं रखता जो लफंगे और बदमाश हो ! मैं हमेशा काम को प्राथमिकता देता हूँ, प्रचार प्रसार को नहीं ! जो मेरे खिलाफ हैं मैं दरअसल में उनको अपने खिलाफ नहीं मानता, बल्कि मैं यह मानता हूँ की मैं उनके समक्ष अपनी बात को पूर्ण रूप से नहीं रख पाया हूँ ! यदि वे लोग प्रवृत्त नहीं होगे तो देर सवेर हमारी प्रशंसा ही करेंगे !

प्रश्न  : – मोदी जी आपके प्रदेश में लोग खुश हैं, सड़कों से लेकर उद्योग धंधे फल फूल रहे हैं……..

मोदी जी : – (बीच में ही रोकते हुए) : – नहीं हो सकता है की आप मेरा मूल्यांकन भी किसी सकारात्मक अभिनति से कर रहे होंगे! आप अपनी यूनिट को लेकर अगर गुजरात का भ्रमण कर मूल्यांकन करेगे तो आप को विकाश दिखेगा, आज मुंबई में हर मंदिर में हर घर में गुजरात से ले जाया गया फूल चढता है ! देश ही नहीं दुनिया के हर कोने में अगर भिन्डी बड़ा खायेगे तो वो भी गुजरात का ही होगा ! देश विदेश में बिकने वाला दूध भी आपको गुजरात का ही मिलेगा ! जिस कच्छ को आज से दस साल पहले ऋणात्मक जनसंख्या की श्रेणी में रखा जाता था और आज गुजरात का स्वर्ग बन गया है! गांधीधाम के 50 किलोमीटर के श्रेत्र में इस्पात पाईप के कारखाने लगे हैं ! गुजरात का हर किसान, व्यापारी और उद्यमी लगातार प्रगति कर रहे हैं, और इन सब का कारन है प्रदेश सर्कार की सकारात्मक सोच ! भारत का हर प्रदेश किसी न किसी प्राकृतिक संपदा का धनी है, गुजरात भी है, बस हमने उन प्राकृतिक संपदाओं का सही तरीके से उपयोग किया और आज गुजरात एक प्रगतिशील प्रदेश है! पता नहीं मीडिया इस सवाल को क्यों नहीं उठाता है ? आप इन तमाम बातों का अध्यन क्यों नहीं करते हैं? मैं तो चाहता हूँ की अगर किओ प्रदेश हमसे अच्छी तरह से काम करता है तो मैं भी उस विकाश मॉडल को गुजरात में लागू करूँगा!

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प्रश्न  : – मोदी जी कई ताकतवर लोग आपके खिलाफ हैं फिर भी …………!

नरेन्द्र मोदी जी : – गाँधी जी मेरे प्रेरणा के श्रोत हैं एक बार अंग्रेजों की केन्द्रीय समिति की बैठक में गांधीजी पर विचार विमर्श हो रहा था, सभी लोग गांधीजी के पक्ष में थे! चर्चा के दौरान कुछ अधिकारीयों ने कहा कि गाँधी के पास खोने के लिए कुछ नहीं है, इसीलिए वे मजबूत हैं ! बस मैं भी यही मानता हूँ कि मेरे पास भी खोने के लिए कुछ नहीं है, हमेशा याद रखना जिस व्यक्ति के पास खोने के लिए कुछ नहीं होता वह बहुत मजबूत होता है!

प्रश्न: – मोदी जी दिल्ली में आपका आना-जाना …………?

मोदी जी  : – बहुत कम होता है। अनावश्यक समय गवाने से कोई फायदा नहीं है, ये जो आप गुजरात का विकाश देख रहे हैं, अभी बस शुरुआत है, इसमें बहुत शक्ति की आवश्यकता है, जिन लोगो ने मुझ पर विश्वास किया है मैं उनका विश्वास नहीं तोड़ सकता! मैंने दिल्ली जाता हूँ लेकिन बहुत कम और जरूरी काम से !

One response

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